Hindenburg Research News : बिल्कुल सेबी के ऊपर काफी बड़ी बात कह दी गई है हिडन वर्ग रिसर्च द्वारा पिछले कुछ समय से अदानी ग्रुप इस समस्या का सामना कर ही रहा था और अब भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) चेंज चेयर पर्सन पर काफी समस्याएं आ सकती है क्योंकि उनका और उनके पति धवल भुज का विदेशी फंड से सीधा कनेक्शन निकाल कर आया है जो अदानी ग्रुप से जुड़ा हुआ है।
Hindenburg Research का इस बात पर कहना है कि इतने अच्छे मजबूत सबूत के बाद भी सेबी के द्वारा अदानी ग्रुप पर कोई कार्रवाई नहीं की गई जो इस बात पर एक बड़ा सवाल बन जाती है आखिरकार क्या गड़बड़ी रही होगी दस्तावेजों में या सीधा संबंध है सेबी के चेयरपर्सन माधवी पूरी बुच का इससे जिस वजह से यह स्कैंडल चर्चाओं का विषय भी बन गया है। जैसे ही यह रिपोर्ट बाजार में आई वैसे ही बाजार के गलियारों में इस बात की चर्चा होना शुरू हो गई है काफी लोग इसके पक्ष में भी है तो कही इसके विपक्ष होते नजर आए ठोस सबूत की मांग की गई उल्लंघनों के नोटिस जारी करने की बातों को गंभीर रूप से लेने के बारे में विचार किया गया
27 जून 2024 के दिन Hindenburg Research द्वारा सेबी को नोटिस भेजा गया जिसमें कहा गया है कि हमने आपको 106 भेजो कि रिपोर्ट दी थी परंतु अपने इन पर कोई भी एक्शन नहीं लिया है और हमारी रिसर्च कोई अपने चुनौती दे दिए परंतु सेबी ने आरोप लगाए थे कि अदानी ग्रुप की जो रिपोर्ट निकल गई है उसमें पूरी जानकारी सही तरीके से नहीं दी गई है रिपोर्ट में ही काफी कम या नजारे आ रही है इन जानकारी के विस्तार रूप से जताने की जो एक गहन विश्लेषण का कारण भी बन गया है।
दस्तावेज का चौकाने वाला खुलासा
सबसे ज्यादा चौंकाने वाला खुलासा जब आया जब कंपनी के कुछ दस्तावेज सामने आए जब सेबी के अध्यक्ष माधवी पूरी बुच और उनके पति का निवेश अवसर फंड्स में दिखाई देने लगा आपको बता दे साल 2015 में सिंगापुर में फंड के माध्यम से 10 मिलियन डॉलर की धनराशि का निवेश किया गया फिर 2017 में जब यह सेबी की अध्यक्ष बनी तो इन्होंने यह सारे फंड अपने पति धवल बुच के नाम कर दिए जिससे ऐसा लगता है कि उन्होंने अपना नाम हटाकर अपने आप के लिए अरेंज करने का कार्य किया है इन फंड का उपयोग अदानी ग्रुप भारत में फंड के लिए कर रहा था जिससे उनके स्टॉक को मेनू प्लेट किया जा सके इसका उपयोग विनोद अदानी जी के द्वारा किया गया था इस बात की जानकारी निकलकर आ रही है।
अगोरा एडवाइजरी से जुड़ा साइड बिजनेस का नाम
बता दे सेबी अध्यक्ष माधवी पूरी बुच इस समय एक एडवाइजरी फर्म है जिसे अघोर एडवाइजरी के नाम से जानते हैं इसमें 99% हिस्सेदारी रखती है उनके पति इसके निर्देशक है और 2022 में इस फॉर्म में 2 61000$ का परामर्श राशि को प्राप्त किया था इस बिजनेस के अस्तित्व और इनसे जुड़े सभी चीजों को सेबी के नियामक निरीक्षण की इंटीग्रिटी के बारे में काफी सवाल खड़े हो जाते हैं जो अकल्पनीय लगता हैं।
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अंत में निष्कर्ष
इस निष्कर्ष में हम यही बातचीत करना पसंद करेंगे कि यह लगाए हुए आप काफी गंभीर सेबी चेयरमैन को इन सभी चीजों की कथित रूप से पारदर्शिता लाने का पूरा प्रयास करना चाहिए और सभी को नियमित रूप से एक अच्छे उत्तरदायित्व की महत्वपूर्ण निर्देश अनुसार सूची कर अखंडित करके पूरा वास्तविक में क्लियर करना चाहिए नहीं तो बाजार में भी इसका असर देखने को मिल सकता है।
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